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जय द्वारकाधीश
।। श्री विष्णुपुराण प्रवचन / इन 12 पापों को कभी क्षमा नहीं करते भगवान ।।
।। श्री विष्णुपुराण प्रवचन ।।
👌बहूत सुंदर कथा👌
एक राजा ने भगवान कृष्ण का एक मंदिर बनवाया
और पूजा के लिए एक पुजारी को लगा दिया ।
पुजारी बड़े भाव से
बिहारीजी की सेवा करने लगे ।
भगवान की पूजा-अर्चना और
सेवा-टहल करते पुजारी की उम्र बीत गई ।
राजा रोज एक फूलों की
माला सेवक के हाथ से भेजा करता था।
पुजारी वह माला बिहारीजी
को पहना देते थे ।
जब राजा दर्शन करने आता तो पुजारी वह माला बिहारीजी के गले से उतारकर राजा को पहना देते थे।
यह रोज का
नियम था।
एक दिन राजा किसी वजह से मंदिर नहीं जा सका।
उसने एक सेवक से कहा- माला लेकर मंदिर जाओ ।
पुजारी से कहना ।
आज मैं नहीं आ पाउंगा ।
सेवक ने जाकर माला पुजारी को दे दी और बता दिया कि आज महाराज का इंतजार न करें ।
सेवक वापस आ गया।
पुजारी ने माला बिहारीजी को पहना दी ।
फिर उन्हें विचार आया कि आज तक मैं अपने बिहारीजी की चढ़ी माला राजा को ही पहनाता रहा।
कभी ये सौभाग्य मुझे नहीं
मिला ।
जीवन का कोई भरोसा नहीं कब रूठ जाए।
आज मेरे प्रभु ने
मुझ पर बड़ी कृपा की है ।
राजा आज आएंगे नहीं ।
तो क्यों न माला
मैं पहन लूं ।
यह सोचकर पुजारी ने बिहारीजी के गले से माला उतारकर स्वयं पहन ली।
इतने में सेवक आया और उसने बताया कि राजा की सवारी बस मंदिर में पहुंचने ही वाली है.यह सुनकर पुजारी कांप गए ।
उन्होंने सोचा अगर राजा ने माला मेरे गले में देख ली तो मुझ पर क्रोधित होंगे ।
इस भय से उन्होंने अपने गले से
माला उतारकर बिहारीजी को फिर से पहना दी।
जैसे ही राजा दर्शन को आया तो पुजारी ने नियम अुसार फिर से वह माला उतार कर राजा के गले में पहना दी ।
माला पहना रहे थे तभी राजा को माला में एक सफ़ेद बाल दिखा।
राजा को सारा माजरा समझ गया
कि पुजारी ने माला स्वयं पहन ली थी और फिर निकालकर
वापस डाल दी होगी ।
पुजारी ऐसाछल करता है।
यह सोचकर राजा
को बहुत गुस्सा आया।
उसने पुजारी जी से पूछा- पुजारीजी यह सफ़ेद बाल किसका है.?
पुजारी को लगा कि अगर सच बोलता हूं ।
तो राजा दंड दे देंगे इसलिए जान छुड़ाने के लिए पुजारी ने कहा- महाराज यह सफ़ेद बाल तो बिहारीजी का है.
अब तो राजा गुस्से
से आग- बबूला हो गया कि ये पुजारी झूठ पर झूठ बोले जा रहा
है।
भला बिहारीजी के बाल भी कहीं सफ़ेद होते हैं ।
राजा ने कहा-
पुजारी अगर यह सफेद बाल बिहारीजी का है तो सुबह शृंगार के समय मैं आउंगा और देखूंगा कि बिहारीजी के बाल सफ़ेद है या
काले ।
अगर बिहारीजी के बाल काले निकले तो आपको फांसी हो जाएगी ।
राजा हुक्म सुनाकर चला गया।
अब पुजारी रोकर
बिहारीजी से विनती करने लगे- प्रभु मैं जानता हूं ।
आपके सम्मुख मैंने झूठ बोलने का अपराध किया।
अपने गले में डाली माला पुनः
आपको पहना दी।
आपकी सेवा करते-करते वृद्ध हो
गया ।
यह लालसा ही रही कि कभी आपको चढ़ी माला पहनने का सौभाग्य मिले।
इसी लोभ में यह सब अपराध हुआ ।
मेरे ठाकुरजी पहली बार यह लोभ हुआ और ऐसी विपत्ति आ पड़ी है ।
मेरे नाथ अब नहींहोगा ऐसा अपराध ।
अब आप ही बचाइए नहीं तो
कल सुबह मुझे फाँसी पर चढा दिया जाएगा।
पुजारी सारी रात रोते रहे ।
सुबह होते ही राजा मंदिर में आ गया।
उसने कहा कि आज
प्रभु का शृंगार वह स्वयं करेगा।
इतना कहकर राजा ने जैसे ही मुकुट हटाया तो हैरान रह गया।
बिहारीजी के सारे बाल सफ़ेद थे. राजा को लगा ।
पुजारी ने जान बचाने के लिए बिहारीजी के बाल रंग दिए होंगे ।
गुस्से से तमतमाते हुए उसने बाल की जांच करनी चाही ।
बाल असली हैं या नकली यब समझने के लिए उसने जैसे
ही बिहारी जी के बाल तोडे।
बिहारीजी के सिर से खून
कीधार बहने लगी।
राजा ने प्रभु के चरण पकड़ लिए और क्षमा मांगने लगा।
बिहारीजी की मूर्ति से आवाज आई- राजा तुमने आज तक मुझे केवल मूर्ति ही समझा इसलिए आज से मैं तुम्हारे
लिए मूर्ति ही हूँ।
पुजारीजी मुझे साक्षात भगवान् समझते हैं।
उनकी श्रद्धा की लाज रखने के लिए आज मुझे अपने बाल सफेद
करने पड़े व रक्त की धार भी बहानी पड़ी तुझे समझाने के लिए।
कहते हैं-
समझो तो देव नहीं तो पत्थर.श्रद्धा हो तो उन्हीं पत्थरों में भगवान सप्राण
होकर भक्त से मिलने आ जाएंगे ।।
*जय जय श्री कृष्ण*
🌹इन 12 पापों को कभी क्षमा नहीं करते भगवान शिव, सुखी जीवन चाहिए तो कभी ना करें
🌹औघड़ भोलेनाथ🌹
भगवान शिव को औघड़ और भोलेनाथ भी कहा जाता है, लेकिन शिव जितने भोले और आसानी से प्रसन्न होने वाले हैं, उनका गुस्सा भी उतना ही प्रलयंकारी है। कहते हैं कि जिस दिन शिव ने अपनी तीसरी आंख खोल दी, उसी दिन दुनिया का अंत निश्चित है
🌺शिव पुराण🌺
शिव पुराण में कार्य, बात-व्यवहार और सोच द्वारा किए गए 12 पाप वर्णित हैं जिसे भगवान शिव कभी क्षमा नहीं करते। ऐसा व्यक्ति हमेशा ही शिव के कोप का भाजन होगा और कभी भी सुखी जीवन व्यतीत नहीं कर सकता.
औघड़ भोलेनाथ
भगवान शिव को औघड़ और भोलेनाथ भी कहा जाता है, लेकिन शिव जितने भोले और आसानी से प्रसन्न होने वाले हैं, उनका गुस्सा भी उतना ही प्रलयंकारी है। कहते हैं कि जिस दिन शिव ने अपनी तीसरी आंख खोल दी, उसी दिन दुनिया का अंत निश्चित है।
🌹शिव पुराण🌹
शिव पुराण में कार्य, बात-व्यवहार और सोच द्वारा किए गए 12 पाप वर्णित हैं जिसे भगवान शिव कभी क्षमा नहीं करते। ऐसा व्यक्ति हमेशा ही शिव के कोप का भाजन होगा और कभी भी सुखी जीवन व्यतीत नहीं कर सकता.
सोच से किए जाने वाले पाप
आपने सुना होगा कि ऊपरवाले से कुछ छुपा नहीं होता। यहां तक कि आप अपने मस्तिष्क में जो सोच रहे होते हैं, वह भी भगवान से छुपा नहीं है। इसलिए भले ही बात और व्यवहार में आपने किसी को नुकसान ना पहुंचाया हो, लेकिन अगर मन में किसी के प्रति कोई दुर्भावना है या आपने किसी का अहित सोचा हो, तो यह भी पाप की श्रेणी में आता है।
1🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
दूसरों के पति या पत्नी पर बुरी नजर रखना, या उसे पाने की इच्छा करना भी पाप की श्रेणी में रखा गया है
2🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
दूसरों का धन अपना बनाने की चाह रखना भी भगवान शिव की नजर में अक्षम्य अपराध और पाप है
3🍋🍋🍋🍋🍋🙉🙉🍋🍋
किसी भोलेभाले और निरपराध इंसान को कष्ट देना, उसे नुकसान पहुंचाने, या धन-संपत्ति लूटने, उसके लिए बाधाएं पैदा करने की योजना बनाना या ऐसी सोच रखना भगवान शिव की नजरों में हर हाल में माफी ना देने योग्य पाप है
4🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋
अच्छी बातें भूलकर बुरी राह को स्वयं चुनने वाले के पाप अक्षम्य होते हैं।
बोली के द्वारा किए जाने वाले अक्षम्य पाप
शिव पुराण के अनुसार जिस प्रकार आप किसी का बुरा नहीं करने के बावजूद, उसके लिए बुरी सोच रखने के कारण भी पाप के हकदार और दंड की श्रेणी में आ जाते हैं, उसी प्रकार भले ही आपने अपने कार्य से किसी का बुरा ना किया हो, लेकिन आपकी बोली अक्षम्य पापों का हकदार भी बना सकती है। खासतौर से इन तीन हालातों में
5🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋🍋
किसी गर्भवती महिला या मासिक के दौरान किसी महिला को कटु वचन कहना या अपनी बातों से उनका दिल दुखाना शिव की नजरों में अक्षम्य अपराध और पाप है।
6🙉🙉🙉🙉🙉🙉🙉🐄
किसी के सम्मान को हानि पहुंचने की नीयत से झूठ बोलना ‘छल’ की श्रेणी में आता है और अक्षम्य पाप का भागीदार बनाता है।
7🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲🌲
समाज में किसी के मान-सम्मान को हानि पहुंचाने की नीयत से या उसकी पीठ पीछे बातें करना या अफवाह फैलाना भी एक अक्षम्य पाप है।
8 🌺🌺🌺🌺🌺🌺🌺
धर्म अनुसार मना की गई चीजें खाना या धर्म के विपरीत कार्य करना किसी हाल में व्यक्त के लिए स्वीकार्य नहीं होना चाहिए, वरना आप भगवान शिव की नजरों में हमेशा ही अपराधी रहेंगे।
9🥜🥜🥜🥜🥜🥜🥜🥜
बच्चों, महिलाओं या किसी भी कमजोर जीव के खिलाफ हिंसा और असामाजिक कार्यों में लिप्तता मनुष्य को पाप का दोषी बनाता है।
10🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
गलत तरीके से दूसरे की संपत्ति हड़पना, ब्राह्मण या मंदिर की चीजें चुराना या गलत तरीके से हथियाना भी आपको इस श्रेणी में लाता है।
11🍒🍒🍒🍒🍒🍒🍒
गुरु, माता-पिता, पत्नी या पूर्वजों का अपमान भी आपको भूलकर भी नहीं करनी चाहिए
12🐚🐚🐚🐚🐚🐚
शराब पीना, गुरु की पत्नी के साथ संबंध बनाना, दान की हुई चीजें या धन वापस लेना महापाप माने जाते हैं जिसे भगवान शिव कभी भी क्षमा नहीं करते।
।।।।।।।।। हर हर महादेव हर ।।।।।।।।।
पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:-
-: 1987 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science)
" Opp. Shri Dhanlakshmi Strits , Marwar Strits, RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
सेल नंबर: . + 91- 7010668409 / + 91- 7598240825 WHATSAPP नंबर : + 91 7598240825 ( तमिलनाडु )
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नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏