https://www.profitablecpmrate.com/gtfhp9z6u?key=af9a967ab51882fa8e8eec44994969ec 2. आध्यात्मिकता का नशा की संगत भाग 1

कभी जीवन को नीरस न होने देना....!

सभी ज्योतिष मित्रों को मेरा निवेदन हे आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे में किसी के लेखो की कोपी नहीं करता,  किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही हे कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्त्ता भाई और आगे भी नही बढ़ता , आप आपके महेनत से तयार होने से बहुत आगे बठा जाता हे धन्यवाद ........
जय द्वारकाधीश

कभी जीवन को नीरस न होने देना.....!


    आधुनिकता की इस चकाचक चौंध भरी संसार में लोग ,पाश्चात्य संस्कृति का अनुसरण करते हुए न जाने कहां जा रहे हैं। 

आज चारों ओर चारित्रिक और सामाजिक दृष्टि से क्षोभ और निराशा का वातावरण ही दिखाई देता है ।

हम और आप सभी इस माहौल को बदलना चाहते हैं,परंतु हमें निराशा ही हाथ लगती है,आख़िर क्यों?

   हम सब अपने जीवन में तमाम सुख़ - सुविधाएं पाना चाहते हैं,पर नहीं मिल पाता तो हम जल्दी ही निराश हो जाते हैं। 

हमें समय का इंतजार करना होगा_ 

*जिंदगी हसीन है,जिंदगी से प्यार कर।*

*-हो रात तो सुबह का इंतजार कर।*

*-वो पल भी आएगा जिस पल का इंतजार इंतजार है आपको*


*-बस रब पर भरोसा और वक्त पर ऐतबार कर।।*

   जब हम मंजिल तक नहीं पहुंचते तो,जल्दी ही अवसाद में आ जाते हैं, और हौसला ख़ो देते हैं_

*तू रख़ हौसला,वो मंजर भी आएगा, प्यासे के पास चलकर समंदर भी आएगा ।*

*थक-हार के मत रूक,ऐ मंजिल के मुसाफिर,मंजिल भी मिलेगी,मिलने का मजा भी आएगा ।।*

मनुष्य को किसी भी अवस्था या परिस्थिति में निराश नहीं होना चाहिए। 

सौ असफलताएं मिलने पर भी जो एक सौ एकवें बार प्रयत्न करता है, वह अवश्य सफल होता है_ 

*लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती,और कोशिश करने वालों की हार नहीं होती* जो व्यक्ति अपने पूरे तन - मन से काम में संलग्न रहता है,उसे निराश होने के लिए समय ही नहीं रहता। 

हमें दृढ़ विश्वास के साथ श्रम करना है_ 

*आज नहीं तो कल होगा,हर मुश्किल का हल होगा। 

विश्वास हो अपने श्रम शिख़रों पर,तो मरूस्थल में भी जल होगा।* 

निराशा एक भंयकर रोग है,जिससे न केवल मानसिक शक्तियों का ह्रास होता है,बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य भी चौपट होता है । 

*-ख़ुशी एक ऐसा अहसास है,जिसकी हर किसी को तलाश है,*

*-गम ऐसा अनुभव है,जो सबके पास है*

*-असली जिंदगी वही  जीता है,जिसको ख़ुद पर विश्वास है*

हम जी तोड़ मेहनत करें,मंजिल तक पहुंचते हुए अपना,समाज का व देश का उन्नति करें।

और अंत में, मैं इतना कहना चाहूंगा कि जहां तक हो सके निराशा की भंयकर बीमारी को अपने पास न आने देना ही ठीक है और यदि वह किसी कारण से आक्रमण कर भी दे,तो अधिक देर तक टिकने नहीं देना है।

*रिश्ते बनाने की बारी आई, तो कमाने निकल गए।*
*जब हमको समय मिला,तो जमाने निकल गए।।* 
इस लिए हम आशावादी बनें,निराश बिलकुल भी न  हों।।
*सभी मानस बन्दे को जय श्री राम*

सब होता रहता है।

जन्म होता, मृत्यु होती;
हार होती, जीत होती;

सम्मान - अपमान होता;
लाभ होता, हानि होती;
सुख होता, दुख होता;

सब होता रहता है। कभी महल, कभी झोपड़े, सब होता रहता। लेकिन भीतर बैठा ज्ञानी जानता रहता हैकि लीला है, खेल है, क्रीडा है।

जीवन बीता जा रहा है। 

हम सभी के जीवन के 60, 70 साल बीत चुके हैं । 

ऐसा लग रहा है कि बहुत जल्दी बीत गये, क्योंकि अभी तक तो मनुष्य जीवन के उद्देश्य, भगवान की प्राप्ति के निमित्त हम कुछ नहीं कर पाए हैं। 

अब कितना समय बचा है यह भी पता नहीं है। 

परन्तु जो भी समय अब बचा है उसी समय में हमें भगवान की प्राप्ति कर लेनी है ।

क्षमा करो तुम मेरे प्रभुजी अब तक के सारे अपराध धो डालो तन की चादर को लगे है उसमे जो भी दाग क्षमा करो तुम मेरे प्रभुजी।

अब तक के सारे अपराध तुम तो प्रभुजी मानसरोवर अमृत जल से भरे हुए पारस तुम हो, इक लोहा मै
कंचन होवे जो ही छुये तज के जग की सारी माया तुमसे कर लू मै अनुराग धो डालो तन की चादर को लगे है उसमे जो भी दाग क्षमा करो तुम मेरे प्रभुजी।

अब तक के सारे अपराध काम क्रोध में फंसा रहा मन सच्ची डगर नहीं जानी लोभ मोह मद में रहकर प्रभु कर डाली मैंने मनमानी मनमानी में दिशा गलत ले पंहुचा वहां जहाँ है आग धो डालो तन की चादर को लगे है उसमे जो भी दाग क्षमा करो तुम मेरे प्रभुजी ।

अब तक के सारे अपराध इस सुन्दर तन की रचना कर तुमने जो उपकार किया हमने उस सुन्दर तन पर प्रभु अपराधो का भार दिया नारायण अब शरण तुम्हारे तुमसे प्रीत होये निज राग क्षमा करो तुम मेरे प्रभुजी ।

अब तक के सारे अपराध धो डालो तन की चादर को, लगे है उसमे जो भी दाग क्षमा करो तुम मेरे प्रभुजी।

अब तक के सारे अपराध
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹👏👏👏👏
👏👏जय श्री राम👏👏जय श्री कृष्ण👋👋👋👋
पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:- 
-: 1987 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science) 
" Opp. Shri Dhanlakshmi Strits , Marwar Strits, RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
सेल नंबर: . + 91- 7010668409 / + 91- 7598240825 WHATSAPP नंबर : + 91 7598240825 ( तमिलनाडु )
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आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद.. 
नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏

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