https://www.profitablecpmrate.com/gtfhp9z6u?key=af9a967ab51882fa8e8eec44994969ec 2. आध्यात्मिकता का नशा की संगत भाग 1: *अच्छाई पलट-पलट कर आती रहती है....!!*

*अच्छाई पलट-पलट कर आती रहती है....!!*

सभी ज्योतिष मित्रों को मेरा निवेदन हे आप मेरा दिया हुवा लेखो की कोपी ना करे में किसी के लेखो की कोपी नहीं करता,  किसी ने किसी का लेखो की कोपी किया हो तो वाही विद्या आगे बठाने की नही हे कोपी करने से आप को ज्ञ्नान नही मिल्त्ता भाई और आगे भी नही बढ़ता , आप आपके महेनत से तयार होने से बहुत आगे बठा जाता हे धन्यवाद ........
जय द्वारकाधीश

*अच्छाई पलट-पलट कर आती रहती है....!!*


*ब्रिटेन के स्कॉटलैंड* में *फ्लेमिंग* नाम का एक गरीब किसान था। 

एक दिन वह अपने खेत पर काम कर रहा था। 

अचानक पास में से किसी के चीखने की आवाज सुनाई पड़ी । 

किसान ने अपना साजो सामान व औजार फेंका और तेजी से आवाज की तरफ लपका।

आवाज की दिशा में जाने पर उसने देखा कि *एक बच्चा दलदल में डूब रहा था* । 

वह बालक कमर तक कीचड़ में फंसा हुआ बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहा था। 

वह डर के मारे बुरी तरह कांप पर रहा था और चिल्ला रहा था। 

किसान ने आनन - फानन में लंबी टहनी ढूंढी। 

अपनी जान पर खेलकर उस टहनी के सहारे बच्चे को बाहर निकाला।






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अगले दिन उस किसान की छोटी सी झोपड़ी के सामने एक शानदार गाड़ी आकर खड़ी हुई।

उसमें से कीमती वस्त्र पहने हुए एक सज्जन उतरे। 

उन्होंने किसान को अपना परिचय देते हुए कहा- 

*"मैं उस बालक का पिता* हूं और मेरा नाम *राँडॉल्फ चर्चिल* है।"

फिर उस अमीर *राँडाल्फ चर्चिल* ने कहा कि वह इस एहसान का बदला चुकाने आए हैं ।

*फ्लेमिंग* नामक उस किसान ने उन सज्जन के ऑफर को ठुकरा दिया ।

 उसने कहा, "मैंने जो कुछ किया उसके बदले में कोई पैसा नहीं लूंगा।

किसी को बचाना मेरा कर्तव्य है, मानवता है...!

इंसानियत है और उस मानवता इंसानियत का कोई मोल नहीं होता ।"

इसी बीच *फ्लेमिंग का बेटा झोपड़ी के दरवाजे पर आया*।

उस अमीर सज्जन की नजर अचानक उस पर गई तो उसे एक विचार सूझा । 

उसने पूछा - 

*"क्या यह आपका बेटा है ?"*

किसान ने गर्व से कहा- 

*"हां !"*

उस व्यक्ति ने अब नए सिरे से बात शुरू करते हुए किसान से कहा- 






" ठीक है अगर आपको मेरी कीमत मंजूर नहीं है तो ऐसा करते हैं कि आपके बेटे की शिक्षा का भार मैं अपने ऊपर लेता हूं । " 

मैं उसे उसी स्तर की शिक्षा दिलवाने की व्यवस्था करूंगा जो अपने बेटे को दिलवा रहा हूं। 

" फिर आपका बेटा आगे चलकर एक ऐसा इंसान बनेगा , *जिस पर हम दोनों गर्व महसूस करेंगे।"*

किसान ने सोचा "मैं तो अपने पुत्र को उच्च शिक्षा दिला पाऊंगा नहीं और ना ही सारी सुविधाएं जुटा पाऊंगा, जिससे कि यह बड़ा आदमी बन सके । 

अतः इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लेता हूँ।"

बच्चे के भविष्य की खातिर फ्लेमिंग तैयार हो गया ।

अब फ्लेमिंग के बेटे को सर्वश्रेष्ठ स्कूल में पढ़ने का मौका मिला।

आगे बढ़ते हुए *उसने लंदन के प्रतिष्ठित सेंट मेरीज मेडिकल स्कूल से स्नातक डिग्री* हासिल की। 






फिर किसान का *यही बेटा* पूरी दुनिया में *"पेनिसिलिन" का आविष्कारक महान वैज्ञानिक सर अलेक्जेंडर फ्लेमिंग* के नाम से विख्यात हुआ।

*यह कहानी यहीं खत्म नहीं होती*! 

कुछ वर्षों बाद, *उस अमीर के बेटे को निमोनिया* हो गया.....!

और *उसकी जान पेनिसिलीन के इंजेक्शन* से ही बची। 

उस अमीर *राँडाल्फ चर्चिल के बेटे* का नाम था- *विंस्टन चर्चिल* , जो दो बार *ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे !

हैं न आश्चर्यजनक संजोग।*

इस लिए ही कहते हैं कि *व्यक्ति को हमेशा अच्छे काम* करते रहना चाहिए । 

क्योंकि *आपका किया हुआ काम आखिरकार लौटकर आपके ही पास आता है* ! 

यानी *अच्छाई पलट - पलट कर आती रहती* है! 

यकीन मानिए *मानवता की दिशा में उठाया गया प्रत्येक कदम* आपकी  स्वयं की *चिंताओं को कम करने में मील का पत्थर साबित* होगा ।

*कुँए में उतरने* के बाद 

*बाल्टी झुकती* है, लेकिन *झुकने के बाद,भर कर* ही *बाहर निकलती* है।

यही जिन्दगी जीने का सार हैं *।

जीवन भी कुछ ऐसा ही है,जो झुकता है वो अवश्य, कुछ न कुछ लेकर ही उठता है।*
।।।।जय श्री कृष्ण।।।।।।।

।। श्री रामचरित्रमानस प्रवचन ।।

प्रति वर्ष दशहरे के बाद ठीक 21 दिन बाद ही दीपावली क्यों आती है ? 

क्या कभी आपने इस पर विचार किया है। 

विश्वास न हो तो कैलेंडर देख लीजिएगा। 









रामायण में वाल्मिकी ऋषि ने लिखा है कि प्रभु श्री राम को अपनी पूरी सेना को श्रीलंका से अयोध्या तक पैदल चलकर आने में 21दिन...! 

( इक्कीस दिन यानी 504 घंटे ) लगे!!!!

अब हम 504 घंटे को 24घंटे से भाग दें तो उत्तर 21  आता है यानी इक्कीस दिन !!! 

मुझे भी आश्चर्य हुआ । 

कुछ भी बताया है ।

यह सोचकर कौतूहल वश गूगल मैप पर सर्च किया। 

उसमें दर्शाता है ।

कि श्रीलंका से अयोध्या की पैदल दूरी 3145 किलोमीटर और लगने वाला समय 504 घंटे।।। 

हैं न......!

आश्चर्यजनक बात। 

वर्तमान समय में गूगल मैप को पूरी तरह विश्वनीय माना जाता है। 

लेकिन हम भारतीय लोग तो दशहरा और दीपावली त्रेतायुग से चली आ रही परंपरानुसार मनाते आ रहे हैं।

समय के इस गणित पर आपको विश्वास न हो रहा हो तो गूगल सर्च कर देख सकते हैं ।

तथा औरों को भी दीजिए यह रोचक जानकारी।

और वाल्मिकी ऋषि ने तो रामायण की रचना श्रीराम के जन्म से पहले ही कर दी थी।!!! 

उनका भविष्यवाणी और आगे घटने वाली घटनाओं का वर्णन कितना सटीक था। 

अपनी सनातन हिन्दू संस्कृति कितनी महान है। 

हमें गर्व है ऐसी महान हिन्दू संस्कृति में जन्म लेने पर।

जय श्री राम राम राम सीता राम 🚩 

 है न रोचक और आश्चर्य जनक।🚩

🙏 जय श्री राम राम राम सीता राम 🙏

अनेकों असाध्य दुर्गुणों को अपने हृदय से बाहर निकालना चाहते हैं तो धनुष धारी रामजी को अपने हृदय में बिठा लीजिये...! 

उन्हें धारण करने का प्रयत्न कीजिये। 

अतः राम सुमिरन, राम भजन में लगें। 

और अनेकों असाध्य रोगों से बचें।

तब लगि हृदयँ बसत खल नाना ।
     लोभ मोह मच्छर मद माना ।।

        जब लगि उर न बसत रघुनाथा ।
             धरें चाप सायक कटि भाथा ।।

                  ( सुंदरकाड 46/1)

विभीषण रामजी की शरण में आए हैं...! 

रामजी ने उनकी कुशल पूछी है और कहा कि भगवान बुरी संगति से बचाए । 

विभीषण कहते हैं कि लोभ , मोह , डाह और मान आदि दुर्गुण तभी तक हृदय में बसते हैं जब तक की धनुष धारी राम हृदय में नही बस जाते हैं।।   
     
धनुषधारी राम से तात्पर्य उस राम से है...! 

जिनके पास धनुष - बाण है और जो एक महान धनुर्धर हैं। 

उनके कई धनुष थे...! 

जिनमें पिनाक शिव -धनुष भी शामिल है जिसे उन्होंने सीता स्वयंवर में तोड़ा था...! 

तथा एक चमत्कारी बांस से बना कोदंड धनुष भी था...! 

जिससे छोड़ा गया बाण लक्ष्य भेदकर ही लौटता था।  

धर्म-धर्मादर्थः प्रभवति धर्मात्प्रभवते सुखम् ।
   धर्मण लभते सर्वं धर्मप्रसारमिदं जगत् ॥

भावार्थ :-

धर्म से ही धन, सुख तथा सब कुछ प्राप्त होता है । 

इस संसार में धर्म ही सार वस्तु है ।

 सत्य -सत्यमेवेश्वरो लोके सत्ये धर्मः सदाश्रितः
   सत्यमूलनि सर्वाणि सत्यान्नास्ति परं पदम्

भावार्थ :-

सत्य ही संसार में ईश्वर है; 

धर्म भी सत्य के ही आश्रित है; 

सत्य ही समस्त भव - विभव का मूल है; 

सत्य से बढ़कर और कुछ नहीं है।

    || जय श्री राम जय हनुमान ||
पंडित राज्यगुरु प्रभुलाल पी. वोरिया क्षत्रिय राजपूत जड़ेजा कुल गुर:-
PROFESSIONAL ASTROLOGER EXPERT IN:- 
-: 25 YEARS ASTROLOGY EXPERIENCE :-
(2 Gold Medalist in Astrology & Vastu Science) 
" Opp. Shri Ramanatha Swami Covil Car Parking Ariya Strits , Nr. Maghamaya Amman Covil Strits , V.O.C. Nagar , RAMESHWARM - 623526 ( TAMILANADU )
सेल नंबर: . + 91- 7010668409 / + 91- 7598240825 WHATSAPP नंबर : + 91 7598240825 ( तमिलनाडु )
आप इसी नंबर पर संपर्क/सन्देश करें...धन्यवाद.. 
नोट ये मेरा शोख नही हे मेरा जॉब हे कृप्या आप मुक्त सेवा के लिए कष्ट ना दे .....
जय द्वारकाधीश....
जय जय परशुरामजी...🙏🙏🙏

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